मंगलवार, 4 मार्च 2008

टेलिकॉम कम्पनियाँ क्या हमें बेवकूफ समझती हैं या वो ख़ुद ही बेवकूफ हैं?

अजी आप भी सोचेंगे की कोतुहल में टेलिकॉम कम्पनियाँ क्या करने लगी? अजी ज़्यादा सर मत खुज्लायिये क्यूंकि आज ही मेरे पास एक समस आया है जिसमें बड़ी ही मज़ेदार बात लिखी पहले उसे अंग्रेज़ी में पढिये '
free free free
you can dedicate ringtones and set ringtones for free।
To know more कॉल 5****820@6 Rs/मं'
मतलब ये कि अब आप चाहे रिन्ग्तोनेस को तोहफे में दें और चाहे ख़ुद ही सेट करें वो होगा बिल्कुल मुफ्त ! मगर हाँ जानकारी के लिए कॉल करें जिसके charges हैं ६ रुपए/ मिनट।
अब क्या ये लोग हमें बताएँगे की केवल जानकारी देने में ही ये लोग २०-३० रुपए ले लेंगे और ringtone free होने का दावा कर देंगे और वो भी यदि समझ आया तो?
अब भाई इतने बड़े लोग वैसे तो हैं नही मतलब बेवकूफ मगर कुछ हमारे भाई लोग free देख कर एक बार dial तो कर ही लेंगे बाकी पैसे तो अपने आप कट ही जायेंगे।
वैसे कहना तो नही चाहिए क्यूंकि मैंने भी एक टेलिकॉम कम्पनी का ही नमक खाया है मगर इतना बेवकूफ नही बनाना चाहिए और यदि कोई भी सुविधा दें तो साफ साफ बताकर दें न कि बेवकूफ बनाकर लूटने लगें।

3 टिप्‍पणियां:

  1. सोचो समझो भाई, फिर ही करो ट्राई।

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  2. टेलिकॉम कम्पनियाँ क्या हमें बेवकूफ समझती हैं या वो ख़ुद ही बेवकूफ हैं?
    ऊपर वाली लाईन ठीक लगती हे, अब आप सोचो आप को कया लगता हे,

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