कोतुहल मेरे दिमाग में उठता हुआ एक छोटा सा तूफ़ान है.जिसमें में अपने दिल में उठा रही बातों को लिख छोड़ता हूँ.और जैसा की नाम से पता चलता है कोतुहल.
सोमवार, 24 मार्च 2008
क्या ब्लोग्वानी ने नए चिट्ठों को सदस्यता देनी बंद कर दी है?
क्या कहूं ब्लोग्गिंग शुरू की और अपने चिट्ठे को चिट्ठाजगत पर दर्ज भी कर लिया और नारद पर तो इसकी ज़रूरत नही पड़ती तो वहाँ तो कोई मुश्किल होने का सवाल ही पैदा नही होता। मगर ब्लोग्वानी पर ये दर्ज ही नही हो पा रहा है। अपने URL Http://www.mintu2faltu.blogspot.com भेज kar HTML CODE (लिंक) माँगा दर्ज कराने के लिए मगर नही मिला अपनी मेल भी भेजी के जनाब अपने को भी थोडी सी जगह देदो मगर नही मिली। तो मैंने सोचा पता करलूं साथियों से की भाई कहीं ऐसा तो नही की नए चिट्ठों को दर्ज करना बंद कर दिया गया हो। क्या वाकई में ऐसा है? अगर नही तो कृपया मेरा मार्ग दर्शन करें।
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अब छोढीये भी!!
जवाब देंहटाएंक्या मै आपके ब्लोग को अपने ब्लोग पर लिंक डाल दुं।
आसा कर्ता हु जलदी बतायेंगे
i came here via blogvani. Feel Happy :)
जवाब देंहटाएंkuch pata chala to bataie.....
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