शुक्रवार, 22 फ़रवरी 2008

सहारनपुर पुलिस- तोंद या पोस्ट

तो लो भाई अगर अपने थाने में इंचार्ज बनके रहना है तो अपनी तोंद घटानी पड़ेगी। ये फरमान आया है सहारनपुर पुलिस के एक आला अफसर महोदय का। अरे भाई हैरान न हों मानाकि यदि आप पुलिस में है तो आपको ये फरमान कुछ तुगलकी लगेगा। पर क्या करें ये फरमान आ ही गया। तो अफसर महोदय आप भी कोशिश करके देख लीजिये शायद कामयाब हो ही जाएं वैसे आपको बता दें की आजतक ऐसी कईं मुहीम चलायी गयीं है मगर ये जो तोंद है इसके क्या कहने। जहाँ चढ़ गई उतरती ही नहीं और वो भी यदि पुलिस की हो तो भूल जाना बेहतर है। वैसे में क्यूंकि एक थाने के पास ही रहता हूँ तो मैंने ये तोंद कुछ ज़्यादा ही देखी है। जनाब तोंद अगर कम करनी है तो बेचारे खोमचे वालों और रेहडी वालों को मन कर दें की वो इन्हे देना ही है तो पैसा दे दें ज़्यादा तीमारदारी में न लग कर खिलाना बंद कर दें। और क्यूंकि आप सहारनपुर में हैं तो उनका हलवाई हट्टे जाना तो बंद करवा ही दें वरना तोंद कम होने की बजाये बढ़ ज़रूर जायेगी।
और हाँ अपने तो अरमान ही रह गया की हमारी भी पुलिस अन्य देशो की तरह दुबली पतली हो कम से कम मुजरिमों के पीछे भाग तो सके वरना यहाँ तो मोहल्ले वाले पकड़कर देते हैं।
वैसे मेरी शुभकामनाएं अफसर महोदय के साथ हैं।

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