ख़ुदा जाने वो क्या ढूँढता होगा,
है बदगुमाँ वो, कोई बदगुमाँ ढूँढता होगा।
था वो दिलके करीब हमेशा मगर,
अब वो बेवफा दिल का आसरा ढूँढता होगा।
तलाश ख़ुद को भी करना ऐ दोस्त,
कहीं तुम्हारा अक्स भी तुम्हे ढूँढता होगा।
है हर तरफ़ माहौल संजीदा ये क्यूँ,
क्या यहाँ भी कोई क़ातिल घूमता होगा।
सितम है मेरे दिल पर मुहब्बत का उसकी,
अब ये सितम पता किसी और का ढूँढता होगा।
है हर तरफ़ माहौल संजीदा ये क्यूँ,
जवाब देंहटाएंक्या यहाँ भी कोई क़ातिल घूमता होगा।
बहुत ख़ूब...
है हर तरफ़ माहौल संजीदा ये क्यूँ,
जवाब देंहटाएंक्या यहाँ भी कोई क़ातिल घूमता होगा।
बहुत बढिया लिखा है।
तलाश ख़ुद को भी करना ऐ दोस्त,
जवाब देंहटाएंकहीं तुम्हारा अक्स भी तुम्हे ढूँढता होगा।
wah bahut khub