कोतुहल मेरे दिमाग में उठता हुआ एक छोटा सा तूफ़ान है.जिसमें में अपने दिल में उठा रही बातों को लिख छोड़ता हूँ.और जैसा की नाम से पता चलता है कोतुहल.
↑ Grab this Headline Animator
दमदार तीन लाईना है भाई.इक फोन कर लेते तो शायद दूरियां कुछ कम हो जाती.
रचना प्रस्तुति बढ़िया है कम शब्दों में
संजीवजी क्या करें उन्होंने हमारा फ़ोन न उठाने की क़सम जो खायी है.
मुझको रुलाने ये फिर आ गए हैं,रात भर जगाने ये फिर आ गए हैं,!!!तेरे अफसाने भी न दुश्मन मेरे हैं॥nadem ye vaali achhi hai .....par upar vaali me meter ki gadbad hai yaar...albatta soch achhi hai ...
डॉ साहब, यही सीखने के लिए तो आप लोगों के सामने लिखना शुरू किया है, अगर मीटर की ग़लती भी बता देते तो मेहरबानी होती.
चलिये, डॉक्टर साहब का गाईडेन्स मिल रहा है...शुभकामनाएँ.
Udan Tashtari साहब धन्यवाद. कोशिश जारी है, कभी न कभी तो अच्छा सही लिखना सीख ही लेंगे, तब तक तो ये ही सही.
दमदार तीन लाईना है भाई.
जवाब देंहटाएंइक फोन कर लेते तो शायद दूरियां कुछ कम हो जाती.
रचना प्रस्तुति बढ़िया है कम शब्दों में
जवाब देंहटाएंसंजीवजी क्या करें उन्होंने हमारा फ़ोन न उठाने की क़सम जो खायी है.
जवाब देंहटाएंमुझको रुलाने ये फिर आ गए हैं,
जवाब देंहटाएंरात भर जगाने ये फिर आ गए हैं,
!
!
!
तेरे अफसाने भी न दुश्मन मेरे हैं॥
nadem ye vaali achhi hai .....
par upar vaali me meter ki gadbad hai yaar...albatta soch achhi hai ...
डॉ साहब, यही सीखने के लिए तो आप लोगों के सामने लिखना शुरू किया है, अगर मीटर की ग़लती भी बता देते तो मेहरबानी होती.
जवाब देंहटाएंचलिये, डॉक्टर साहब का गाईडेन्स मिल रहा है...शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंUdan Tashtari साहब
जवाब देंहटाएंधन्यवाद. कोशिश जारी है, कभी न कभी तो अच्छा सही लिखना सीख ही लेंगे, तब तक तो ये ही सही.