मंगलवार, 1 जून 2010

उसने आने से मना किया था कभी ! हाल ऐ दिल!


इंतज़ार भी अजब राहत दिया करता,
जबकि मालूम हो, उसने लौटकर आने से मना किया था कभी ।

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