आखिर ये कोतुहल क्यों है?
जब पहले से ही एक ब्लग है तो ये नया ब्लोग क्यों? ये सवाल मैंने भी सोचा। जवाब भी खुद ही दिया कि दिमाग कभी लाभी कुछ ऐसा भी आता है जो दिल में एक कोतुहल पैदा करता है? शायद इसी लिए ये नया ब्लोग है जिसका के नाम मैंने कोतुहल लिखा है।
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