tag:blogger.com,1999:blog-7940371628969300709.post116110120041641005..comments2023-06-30T19:41:21.739+05:30Comments on कोतुहल: कब तलक तुझको याद करता रहूँगा मैं?:कुछ मेरी डायरी से!nadeemhttp://www.blogger.com/profile/02876217379889434662noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-7940371628969300709.post-91639600620022175042008-04-28T00:52:00.000+05:302008-04-28T00:52:00.000+05:30इबादत है मुहब्बत लोगों से सुना था हमने,मगर वो क्या...इबादत है मुहब्बत लोगों से सुना था हमने,<BR/><BR/>मगर वो क्या करे जिसको इस मुहब्बत ने काफिर बनाया है।<BR/><BR/>अरे वाह कया कह दिया,बहुत बडी बात हे,प्यार मे मह्बुब को वुत की तरह पुजा (प्यार) किया,ओर यही तो प्यार हे,बहुत बहुत धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.com